Essay Holi in Hindi || होली निबंध हिंदी में 

Let’s Read The Essay Holi in Hindi…

होली भारत देश में मनाया जाने वाला एक त्यौहार है। जो आज हमारे देश के अलावा अन्य देशो में भी चर्चित हो रहा है। रंगो का यह त्यौहार, भारत में बहुत ही प्रसिद्ध है। भारत में बहार से आने वाले विदेशी भी बहुत ही ख़ुशी से इसे सेलिब्रेट करते है। यह त्यौहार हर साल फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मानते है और यह त्यौहार लगभग मार्च के महीने में ही आता है। इस त्यौहार में बच्चे बड़े सभी, रंग (गुलाल) एक-दूसरे को लगते है और गले मिलते है।

होली है भाई होली है 

बुरा न मनो होली है !!

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Essay Holi in Hindi | होली निबंध हिंदी में 

निबंध 1 (300+ शब्दों में)

परिचय

होली एक ऐसा प्रसिद्ध त्यौहार है, जिसे कई धर्म के लोग भारत में बड़े ही ख़ुशी से मनाते है। यह पर्व फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।  

होली की तैयारी

होली की तैयारी के लिए लोग एक दिन पहले कई प्रकार के व्यंजक बनाते है जैसे की गुजिया, गुलाब जामुन, चिप्स इत्यादि। इसके आलावा लोग एक दिन पहले बजार से सफ़ेद रंग के कपडे, गुलाल, पानी का कलर, पिचकारी आदि खरीदते है।

होलिका दहन 

गांव व शहरो में होली के एक दिन पहले रात्रि को खुले मैदान में होलिका दहन की जाती है। यह बुराई पे अच्छाई की जीत का एक प्रतिक है।

होली बनाने का कारण

एक राजा हरिण्यकश्यप नाम का था। वह अपने आप को भगवन मानता था। जिसका पुत्र पहलाद था। हरिण्यकश्यप ने एक दिन अपने राजघराने में सभी को आदेश दिया की अब उसे भगवन समझ कर पूजा करे। परन्तु यह बात उसके पुत्र पहलाद को बिलकुल अच्छी नहीं लगी क्योकि वह भगवन विष्णु का भक्त था इसलिए पहलाद ने अपने पिता को भगवान समझ कर पूजा करने से मना कर दिया। यह बात हरिण्यकश्यप को बिलकुल पसंद नहीं आई इसलिए उसने अपनी बहन होलिका को बुलाया जिसे आग से न जलने का वरदान मिला था। हरिण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका को पहलाद को गोदी में लेकर आग में बैठने को कहा। और उसने ऐसा ही किया। जैसे ही होलिका आग में पहलाद को लेकर जा बैठी वैसे ही पहलाद ने भगवान विष्णु की भक्ति में डूब गए। आग में होलिका जल के भस्म हो गई और पहलाद भगवन विष्णु की कृपया से बच गए। यह बुराई पे अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है। तभी से होली मनाने की परम्परा शुरू हुई।

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होली सेलिब्रेशन 

होली के इस शुभ अवसर पे सभी लोग उत्साहित रहते है। लोग एक दूसरे को गुलाल लगाते है और गले मिलते है। उम्र में छोटे लोग अपने बड़ो से आशीर्वाद लेते है। इस दिन तो कुछ व्यक्ति ठंडाई भी पी लेते है जो की एक परम परा के अनुसार चली आ रही है। महिलाये एक दिन पहले गुजिया, चिप्स, गुलाब जामुन आदि इसी तरह के अन्य व्यंजक भी बना लेती है। होली के दिन तो बच्चे इतने उत्साही होते है की वे सुबह उठकर पानी के रंग खेलना शुरू कर देते है।

निष्कर्ष 

होली रंगो का त्यौहार होता है। और यह प्राचीन समय से भारत में बनाया जाता आ रहा है। एक होली ही ऐसा त्यौहार है जिसमे लोग आपसी बैर भूल जाते है और एक साथ गुलाल (रंग) खेलते हैं। यह त्यौहार बुराई पे अच्छाई की जीत का प्रतिक भी है।  

Essay Holi in Hindi | होली निबंध हिंदी में 

निबंध 2  (500+ शब्दों में)

परिचय 

होली का त्यौहार रंगो का त्यौहार होता है। होली के इस त्यौहार को फाल्गुन (मार्च) माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्यौहार ढेर सारी खुशिया, उत्साह, उमंग लेकर आता है। इस त्यौहार को भारत में सभी धर्मो के लोग बनाते है तथा साथ ही साथ इसे तो विदेशी लोग भी बहुत खुशी से सेलिब्रेट करते है।

होली का इतिहास

प्राचीनकाल काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक राजा है। जिसने भगवान ब्रह्मा जी की पूजा अर्चना करके वरदान प्राप्त कर लिया था की उसे दुनिया की कोई भी ताकत, अस्त्र, प्राणी न मर सके। यह वरदान पाकर वो अपने आपको भी भगवान समझने लगा। इसलिए वह चाहता था ली सभी लोग ब्रह्मा जी की तरह उसकी भी पूजा करे। इसलिए उसने अपने राजघराने में सभी को आदेश दिया की अब उसकी भी पूजा की जाये और उसे भी भगवान माना जाये। परन्तु यह आदेश उनके पुत्र पहलाद ने नहीं माना। इससे क्रोधित होकर हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका से मिलकर पहलाद को मारने के लिए एक योजना मनाई। होलिका के पास एक ऐसा कपडा था जिसे आग नहीं जला सकती थी। वह हिरण्यकश्यप के कहने पर आग में जाकर पहलाद को गोद  में लेकर बैठ गई। पहलाद भगवान विष्णु का सबसे बड़ा भक्त था। पहलाद पर भगवान विष्णु की असीम कृपया थी। भगवान् विष्णु की कृपा से होलिका का कपडा उड़कर पहलाद के पुरे शरीर पे जा गिरा। इसी वजाह से पहलाद की जान बच गयी और होलिका जल के भस्म हो गई। यही कारण है की होली का त्यौहार बुराई पे अच्छी की जीत के कारण मनाया जाता है। होलिका दहन के दिन एक पवित्र अग्नि  जलाई जाती है जिसमे सभी तरह की बुराई, अहंकार, और नकारत्मकता को जलाया जाता है 

उसके अगले दिन हम होली खेलते है इसमें हम लोगो को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाये देते है।

होली का दिन 

होली के दिन लोग अपने सभी रिश्तेदारों, आस-पडोसियो, तथा अन्य लोगो को भी गुलाल लगाकर उन्हें होली की शुभ-कामनाये देते है। इसके साथ ही साथ कई तरह के पकवान का भी सेवन करते है जैसे की गुजिया, चिप्स, रसगुल्ले, गुलाबजामुन आदि। कुछ लोग तो ठंडाई पीकर झूमते फिरते है। और होली के दिन खूब नाचते भी है।  

निष्कर्ष 

होली ख़ुशी का त्यौहार होता है। यह भाईचारे और ख़ुशी को फ़ैलाने में मदत करता है। होली बुराई पे अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह समाज की बुराई से दूर रहना भी सिखाता है।

Essay Holi in Hindi | होली निबंध हिंदी में 

होली निबंध पर 5  लाइने 

  1.  होली रंगो का त्यौहार होता है।
  2. यह पर्व हिन्दू पंचांक के अनुसार फाल्गुन ( मार्च ) माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
  3. होली से एक दिन पूर्व विभिन प्रकार के पकवान भी बनाये जाते है जैसे की गुजिया, गुलाब जामुन, चिप्स आदि। इसके अगले दिन तो स्पेशल पेय ठंडाई लोग खूब पीते है और ढोल, डी-जे, के आगे खूब गाने पे नाचते है।
  4. होली एक बुराई पे अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है 
  5. होली भाईचारे को भी बढ़ावा देती है क्युकी इस दिन हम सभी को गुलाल लगाते हुई और होली की शुभकामनाये देते है।   

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